भाषण [वापस जाएं]

January 31, 2014
नई दिल्ली


पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती मनाने संबंधी राष्‍ट्रीय समिति की बैठक में प्रधानमंत्री का वक्‍तव्‍य

पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती मनाने संबंधी राष्‍ट्रीय समिति की बैठक में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के भाषण का अनूदित पाठ इस प्रकार है:-

''मुझे इस बात की प्रसन्‍नता है कि संस्‍कृति मंत्रालय ने हमारे पहले प्रधानमंत्री और एक महान दूरदर्शी, राजनीतिज्ञ और राष्‍ट्र निर्माता पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती मनाने की सच्‍चे मन से जिम्‍मेदारी ली है। यह महत्‍वपूर्ण है कि भारत के इस महान सपूत के 125 वर्ष सर्वाधिक उचित तरीके से, खासकर उनके जीवन, देश तथा अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर उनकी उपलब्धियों और योगदान के बारे में युवा पीढ़ी को प्रेरित करने पर विशेष ध्‍यान देते हुए मनाये जाने चाहिए।

मुझे खुशी है कि हमारे पास इस मंच में विचारकों और विशेषज्ञों का एक दल है। मुझे विश्‍वास है कि नेहरू जी की 125वीं जयंती के बारे में वे उचित कार्य योजना तैयार करने में अपने विवेक और विशेषज्ञता का योगदान करेंगे।

मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप सृजनात्‍मक और सार्थक परियोजनाएं तैयार करने के बारे में विचार करें जिनमें न केवल श्री जवाहरलाल नेहरू की स्‍मृति पर विशेष ध्‍यान दें और उसे स्‍थाई बनाये, बल्कि राष्‍ट्र-निर्माण, लोकतंत्र, वैज्ञानिक अनुसंधान तथा औद्योगिक प्रगति के उन्‍नयन के क्षेत्र में उनके योगदान के संदर्भ में सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत के रूप में कार्य करें। नेहरू जी की जयंती के समारोहों में सार्वजनिक मामलों यथा विदेश नीति से लेकर कृषि तक, सांस्‍कृतिक विविधता से लेकर सामाजिक-तालमेल तक, विभिन्‍न समुदायों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्‍व से लेकर सभी लोगों, विशेषकर सुविधाओं से वंचित तथा पिछड़ी जातियों के तेजी से विकास के प्रति उनके समूचे दृष्टिकोण पर विशेष ध्‍यान दिया जाएगा।

मुझे आशा है कि आज का हमारा विचार-विमर्श वास्‍तविक कार्य के उद्देश्‍यपूर्ण कार्यान्‍वयन के लिए मार्ग प्रशस्‍त करेगा।

धन्‍यवाद।"