भाषण [वापस जाएं]

May 29, 2013
टोक्यो, जापान


जापान के प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का मीडिया को वक्‍तव्‍य

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का टोक्‍यो में जापान के प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद मीडिया को दिया गया वक्‍तव्‍य:

मैं टोक्‍यो आकर काफी खुश हूं, ये वो शहर है, जहां पिछले चार दशक के दौरान जब भी मैं आया, काफी गर्मजोशी, सदिच्छा और स्‍वागत सत्‍कार पाया। मुझे और मेरी पत्‍नी का आज जापान के सम्राट और महारानी द्वारा विशेष स्‍वागत किया गया। मैं प्रधानमंत्री अबे का भी हमारी बातचीत के लिए उत्‍तम व्‍यवस्‍था किए जाने और उनके शानदार आतिथ्‍य के लिए धन्‍यवाद देना चाहूंगा।

पिछले दो दिनों के दौरान प्रधानमंत्री अबे और हमने कर्इ मसलों, खासकर वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी पर बातचीत की। हमारी बातचीत इस मौलिक मान्‍यता से निर्देशित रही कि वैश्विक अनिश्चितता, बदलाव और चुनौतियों के इस दौर में दोनों देशों में सम़़ृद्धि को बढाने और एशिया-प्रशांत क्षेत्र एवं भारतीय उपमहाद्वीप में शांतिपूर्ण, स्‍थायित्‍व, आपसी सहयोग और सम़ृद्ध भविष्‍य के लिए भारत और जापान स्‍वाभाविक और अनिवार्य साझेदार हैं।

संयुक्‍त बयान हमारी आपसी समझ और हमारे रिश्‍ते को आगे ले जाने के लिए उठाए जा रहे कदमों का संकेत देता है। हम राजनीतिक वार्ता एवं रणनीतिक परामर्श और रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर खास ध्‍यान दे रहे हैं जिसमें नौसैनिक अभ्‍यास और रक्षा तकनीक का आदान-प्रदान भी शामिल है। हमारी रणनीतिक साझेदारी में उच्‍च तकनीक, अंतरिक्ष, ऊर्जा सुरक्षा और असाधारण खनिज पदार्थों के क्षेत्र में सहयोग भी शामिल है।

विकास के क्षेत्र में साझेदारी जारी रखते हुए, खासकर भारत में इन्‍फ्रास्‍ट्रक्‍चर विकास, हम व्‍यापार और निजी निवेश के विस्‍तार के लिए भी प्रयास करेंगे।

हम लोगों ने अपनी बातचीत में वैश्विक और क्ष्‍ेात्रीय मुद्दों को भी उठाया। हम संयुक्‍त राष्‍ट सुरक्षा परिषद में सुधार, खुला,नियम आधारित एवं संतुलित क्षेत्रीय ढांचा और मजबूत क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण एवं जुडाव चाहते हैं।

हम वर्ष 2020 में समर ओलंपिक का आयोजन करने के लिए जापान को शुभकामनाएं एवं समर्थन देते हैं।

मैं इस बात से संतुष्‍ट हूं कि हमारी रणनीतिक साझेदारी न सिर्फ एक मजबूत नींव पर खड़ी है बल्कि हम सही मायने में अपनी दूरदर्शिता की ओर बढ़ रहे हैं, जिसके लिए पिछले दशक से हम लोग काफी प्रयासरत हैं।