भाषण [वापस जाएं]

April 5, 2013
नई दिल्‍ली


प्रत्‍यक्ष लाभ हस्‍तांतरण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए प्रयास तेज करने होंगे - डॉ. मनमोहन सिंह

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा है कि प्रत्‍यक्ष लाभ हस्‍तांतरण कार्यक्रम (डायरेक्‍ट बेनीफिट ट्रांसफर प्रोग्राम) को सफलता पूर्वक लागू करने के लिए हमें प्रयास और तेज करने होंगे। प्रधानमंत्री नई दिल्‍ली में प्रत्‍यक्ष लाभ हस्‍तांतरण पर बनी राष्‍ट्रीय समिति की बैठक में बोल रहे थे।

उन्‍होंने कहा कि जनवरी में शुरू हुए इस कार्यक्रम को लेकर हम आगे बढ़े हैं। हमने संचालन संबंधी कई कठिनाइयां दूर की हैं लेकिन कुछ ऐसी भी कठिनाइयां सामने आई हैं, जिनके बारे में हमने कार्यक्रम लागू करते समय अनुमान नहीं लगाया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे में हमें कार्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए अपने प्रयास और तेज करने होंगे।

उन्‍होंने कहा कि इस कार्यक्रम के बहुत सारे सोपान हैं, जैसे डाटा डिजिटाइजेशन, आधार, बैंक खाते खोलना आदि। लेकिन हमें कुछ बदलाव करने पड़ेंगे। इन बदलावों में धन जारी करने की प्रक्रिया, कोष पर नजर रखना और लाभार्थियों के बारे में सूचना की निगरानी शामिल है। प्रधानमंत्री ने आशा व्‍यक्‍त की कि कार्यक्रम को लागू करते समय इन बातों पर ध्‍यान रखा जाएगा। उन्‍होंने कहा कि जारी किए जाने वाले धन को लेकर निगरानी व्‍यवस्‍था दुरूस्‍त होनी चाहिए। इससे यह कार्यक्रम अपना लक्ष्‍य हासिल कर लेगा और लाभार्थियों को आसानी से लाभ हासिल होने के साथ-साथ भ्रष्‍टाचार भी दूर होगा।

प्रधानमंत्री ने प्रत्‍यक्ष लाभ हस्‍तांतरण कार्यक्रम के 78 और जिलों में विस्‍तार किए जाने पर प्रसनन्‍ता व्‍यक्‍त की। उन्‍होंने कहा कि इसके साथ ही यह कार्यक्रम 120 जिलों यानी देश के पांवचें भाग तक फैल जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह खुशी की बात है कि इस कार्यक्रम के तहत ग्रामीण विकास की तीन पेंशन योजनाएं भी शामिल की जाएंगी।

उन्‍होंने कहा कि सभी विभागों को इस बड़ी पहल में प्रतिबद्धता के साथ लगना होगा। योजना आयोग और वित्‍त मंत्रालय पर उन उद्देश्‍यों के लिए, एक साथ मिलकर काम करने की विशेष जिम्‍मेदारी है, जिन्‍हें हमने अपने लिए निर्धारित किया है। वित्‍तीय समावेश के लिए बैंकिंग व्‍यवस्‍था को व्‍यापक डाकतार व्‍यवस्‍था के साथ एकीकृत करने की आवश्‍यकता है। यह भी आवश्‍यकता है कि बुनियादी ढांचों के अ्ग्रसिरे अपनी जगह पर हो ताकि लोगों को बैंक खाता खोलने में कोई समस्‍या न हो और उनकी नगदी तक आसान पहुंच हो। इस जगह पर एक व्‍यवस्‍था होनी चाहिए जिसमें आधार कार्ड रखने वालों के खाते मांग पर खोले जा सकें। वित्‍तीय समावेश के ऐसे फैलाव से नकद हस्‍तानांतरण से आगे ओर भी कई लाभ होंगे। बैंकरों के लिए यह उनके बैंक के भविष्‍य के विकास के लिए एक निवेश है।

उन्‍होंने आधार कार्ड का दायरा समुचित बनाने पर जोर दिया ताकि कोई भी उससे बाहर न रह पाये।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक कार्यक्रम है जिसमें हमारी सरकार की कार्यान्‍वयन की क्षमता का परीक्षण होगा। हम विफल होना सहन नहीं कर सकते। हमें यह दिखाने की आवश्‍यकता है कि हम लाभ और परिणाम दे सकते है।