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भारत-आसियान स्मृति शिखरसम्मेलन 2012 के समापन सत्र को आज यहां संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने विभिन्न भागीदारों को उनके दृष्टिकोणों और विचारों को प्रकट करने के लिए धन्यवाद दिया। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के विचार-विमर्श से हमारी इस साझेदारी की अत्यधिक शक्ति प्रदर्शित हुई है। उन्होंने कहा कि हम सभी संपर्क सुधार, व्यापार वृद्धि, हमारे संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने और हमारी जनता के बीच संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में एकजुट है। क्षेत्रीय और वैश्विक संदर्भों में हम इस संबंध के रणनीतिक महत्व को महसूस करते हैं।
उन्होंने कहा कि शिखरसम्मेलन के दृष्टिपत्र में राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक, सामाजिक-सांस्कृतिक और विकास के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक विस्तृत मार्गनिर्देश पेश किया गया है। प्रधानमंत्री ने इस शिखर सम्मेलन के आयोजन में आसियान के अध्यक्ष के रूप में कम्बोडिया के प्रधानमंत्री श्री हून सेन की भूमिका की विशेष रूप से सराहना की।