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महामहिम प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड, मीडिया की देवियों और सज्जनों, प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड का भारत की पहली राजकीय यात्रा पर पधारने पर उनका स्वागत करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है।
ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच संबंधों की खास बात है हमारे बीच बढ़ता व्यापार और निवेश, रक्षा, शिक्षा और संस्कृति क्षेत्र में बढ़ता सहयोग और जनता से जनता स्तर पर लगातार बढ़ता हुआ संपर्क। हमारी रणनीतिक साझेदारी के अच्छे नतीजे सामने आ रहे हैं, जिनका महत्वपूर्ण असर हमारे क्षेत्रीय और दोनों देशों की विकास महत्वकांक्षाओं पर पड़ता है। प्रधानमंत्री गिलार्ड और मैंने परस्पर संबंधों को और अधिक सार्थकता प्रदान करने के लिए काफी महत्वपूर्ण चर्चा की है। इन चर्चाओं से मैं बेहद संतुष्ट हूं और इस बात में मुझे कुछ शक नहीं की हमारे बीच विकसित हुई समझदारी जो कि हस्ताक्षर किये गए समझौतों से जाहिर है, दोनों देशों के बीच अधिक गहरे और सुदृढ़ सहयोग का सूत्रपात करती हैं।
पहले हो चुकी वार्ता में हम दोनों देश शीर्ष स्तर पर वार्षिक बैठकें आयोजित करने पर सहमत हुए थे। ये बैठकें परस्पर स्तर की अथवा बहुस्तरीय घटनाओं पर आधारित होनी थीं। हम ऊर्जा सुरक्षा, जल टेक्नोलॉजी भागीदारी पर मंत्री स्तर का संवाद शुरू करने पर सहमत हुए हैं।
जैसा कि आपको विदित है, प्रधानमंत्री गिलार्ड की देखरेख में ऑस्ट्रेलिया की लेबर पार्टी ने भारत को यूरेनियम की बिक्री के बारे में एक नई नीति प्रतिपादित की है। इसके अंतर्गत भारतीय ऊर्जा आवश्यकताओं को मान्यता दी गई है तथा इस सिलसिले में हमारे रिकॉर्ड और अतीत का ध्यान रखा गया है। प्रधानमंत्री गिलार्ड को इस घटनाक्रम के बारे में भारत की सराहना की सूचना हमने दे दी है। हम गैर-सैनिक परमाणु ऊर्जा सहयोग समझौते के लिए वार्ता भी शुरू करने पर सहमत हुए हैं, जिससे वास्तविक सहयोग का मार्ग प्रशस्त होगा।
व्यापार और निवेश संबंधों को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच परस्पर स्तर पर और सुदृढ़ बनाने की बहुत ज्यादा गुंजाइश है। इस दिशा में बराबर प्रगति हो रही है और वर्ष 2011-12 में हमारा आपसी व्यापार 17.4 अरब अमरीकी डॉलर तक पहुंच चुका है, जबकि भारत ने ऑस्ट्रेलिया में लगभग 11 अरब अमरीकी डॉलर का निवेश किया है। दोनों देशों के वार्ताकार एक व्यापक आर्थिक समझौते पर काम कर रहे हैं, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश और सुविधाजनक, व्यापक आधार वाला तथा निरंतर चलने वाला बन सकेगा।
दोनों देश रक्षा और सुरक्षा मुद्दों पर व्यापक सहयोग विकसित कर रहे हैं, इनमें सभी रूपों में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई शामिल है और जिसमें ऑस्ट्रेलिया हमारा महत्वपूर्ण भागीदार है।
प्रधानमंत्री गिलार्ड ने कल भारत में ऑस्ट्रेलियाई उत्सव का उद्घाटन किया है। संस्कृति हमारे दोनों देशों को और निकट लाने का एक बढि़या माध्यम है। हम ऑस्ट्रेलिया के पांच विश्वविद्यालयों में आईसीसीआर अध्ययन पीठों की स्थापना कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारत और भारतीय छात्रों द्वारा ऑस्ट्रेलिया में झेली जा रही कठिनाइयों पर ध्यान देकर जो कदम उठाए हैं, उनकी भारत द्वारा सराहना की सूचना प्रधानमंत्री गिलार्ड को दे दी गई है। इन उपायों का माकूल असर हो रहा है।
प्रधानमंत्री गिलार्ड की इस यात्रा से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच संबंधों में एक नये अध्याय की शुरूआत होगी। इन संबंधों को और सुदृढ़ और व्यापक बनाने के लिए हम आशा भरी निगाहों से भविष्य की ओर देख रहे हैं।