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बुरूंडी के राष्ट्रपति श्री पियरे नकुरूनजीजा की भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के मीडिया को दिए गए वक्तव्य का हिन्दी रूपांतरण इस प्रकार है:
राष्ट्रपति नकुरूनजीजा की भारत की पहली सरकारी यात्रा पर उनका स्वागत करते हुए हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं।
भारत और बुरूंडी के गहरे मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देशों के बीच आधिकारिक स्तर पर आदान-प्रदान, व्यापार और निवेश संबंध तथा लोगों के बीच सम्पर्क धीरे-धीरे बढ़ रहा है। आज राष्ट्रपति नकुरूनजीजा और मैंने दोनों देशों के संबंधों की समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों का विस्तार करने पर सहमति हुई।
ग्रामीण विकास, शिक्षा स्वास्थ और दवाओं के क्षेत्रों में आज सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किये गये, जिससे दोनों देश इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ढांचागत सहयोग कर सकेंगे। वहीं भारत का अनुभव बुरूंडी के लिए उपयोगी हो सकता है।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत बनाने की अपार संभावनाएं हैं। मैंने राष्ट्रपति नकुरूनजीजा से अनुरोध किया कि वे बुरूंडी के राष्ट्रीय विकास के उद्देश्यों और राजनीति के अुनरूप बुनियादी ढांचा और निर्माण क्षेत्र में भारतीय निवेश को सरल बनाएं।
भारत ने पैन अफ्रीकी ई-नेटवर्क परियोजना, परीक्षण कार्यक्रम और छात्रवृति के जरिये बुरूंडी के मानव संसाधन विकास में योगदान दिया है। बुरूंडी क्षमता निर्माण और विकास के लिए भारत अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन पहल के अंतर्गत व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्र और वायोमास गैसीफायर के क्लस्टर वाली भारत अफ्रीका शैक्षणिक योजना और प्रशासन की शुरूआत करेगा, जिसकी पेशकश भारत ने की है। भारत वहां एक सूचना और प्रोद्योगिकी केन्द्र भी स्थापित कर रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह संस्थान जल्दी ही काम करने लगेंगे और इससे न केवल बुरूंडी के बल्कि समूचे अफ्रीका के लोगों को फायदा होगा।
बुरूंडी में बुनियादी ढांचें के विकास के लिए भारत प्रतिबद्ध है। महत्वपूर्ण काबू पनबिजली परियोजना के लिए 80 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सहायता के अतिरिक्त हम बुरूंडी को खेती के लिए मशीनों और खाद्य प्रसंस्करण परियोजना के लिए 40 मिलियन अमरीकी डॉलर से ज्यादा नई ऋण सहायता देने पर सहमत हैं।
हमने समुद्री डकैती के खतरे से मुकाबला करने और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की तत्काल जरूरत सहित क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत विस्तारित सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए उसकी उम्मीदवारी का बुरूंडी द्वारा समर्थन करने की सराहना करता है।
राष्ट्रपति नकुरूनजीजा ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के संयुक्त प्रयासों को ताजा गति प्रदान की है। इन शब्दों के साथ मुझे विश्वास है कि हमारे संबंधों में आने वाले वर्षों में तेजी से प्रगति होगी।