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मैं बहुत ही दुखद परिस्थितियों में असम का दौरा कर रहा हूं। हाल की घटनाओं में बड़ी संख्या में लोगों को हुई परेशानियों ने हम सबको निराश किया है। जो जातिवादी झगड़े हुए हैं वे स्वीकार्य नहीं है और उन्हें एकदम बंद होना चाहिए। हम एक व्यक्ति और एक राष्ट्र हैं और इसी तरह हमें मिलकर रहना चाहिए। हमें सारे इलाके में शांति बहाल करनी चाहिए और मैं आप सबसे अनुरोध करता हूं कि इस क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए सरकार का सहयोग करें।
इस आपदा ने हमारे लाखों लोगों को प्रभावित किया है। उन्हें राहत पहुंचाने और जो बेघर हो गए हैं उन्हें फिर से बसाने के लिए हमें हर संभव उपाय करने चाहिए। मैं असम में राहत और पुनर्वास कार्यों के लिए 100 करोड़ रुपए की विशेष केंद्रीय सहायता की तत्काल घोषणा करता हूं। अन्य 100 करोड़ रुपए प्रभावित क्षेत्रों में विकास संबंधी कार्यों के लिए विशेष योजना सहायता के रूप में उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके अलावा, 100 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि इंदिरा आवास योजना के अधीन प्रभावित क्षेत्रों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
हमें इस विवाद के कारणों को भी देखना है। यदि यह विवाद भड़काया गया है तो दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करेगी।
मैं इन दुखद घटनाओं में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार के लिए प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय राहत कोष से दो लाख रुपए की सहायता की भी घोषणा करता हूं। गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को 50 हजार रुपए तत्काल राहत के रूप में दिए जाएंगे। जिन लोगों के घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं उन्हें 30 हजार रुपए और आशिंक रूप से नष्ट हुए घरों के लिए 20 हजार रुपए दिए जाएंगे।
केंद्र सरकार इन दुखद घटनाओं से प्रभावित लोगों के जीवन को सामान्य बनाने के लिए राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करेगी। यह ऐसा कार्य है जो देश में हम सभी को मिलकर पूरा करना चाहिए।