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June 18, 2013
नई दिल्ली

प्रधानमंत्री श्रीलंका में तमिल समुदाय के कल्‍याण और भलाई को लेकर चिंतित

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा है कि वे श्रीलंका में तमिल समुदाय के कल्‍याण और भलाई को लेकर बेहद चिंतित हैं। प्रधानमंत्री ने भारत की यात्रा पर आए तमिल नेशनल एलायंस(टीएनए) के शिष्‍टमंडल से कहा कि उन्‍हें श्रीलंका में उत्‍तरी प्रांतीय परिषद के चुनाव से पहले श्रीलंका की सरकार द्वारा 13वें संविधान संशोधन के कुछ प्रावधानों को कमजोर किए जाने के प्रस्‍ताव से जुड़ी खबरों से नि‍राशा हुई है।

तमिल नेशनल एलायंस (टीएनए) के शिष्‍टमंडल ने कल प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी।

इन प्रस्‍तावित बदलावों ने श्रीलंका सरकार द्वारा संयुक्‍त राष्‍ट्र सहित भारत और अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय को किए गए उसके वायदों के प्रति संदेह पैदा किया है जिसमें श्रीलंका ने कहा था कि वे 13वें संशोधन के तहत राजनीतिक हल निकालेगा। यह बदलाव, श्रीलंका सरकार द्वारा गठित लेसन लरन्‍ट और रिकंसिलिएशन कमीशन(एलएलआरसी) की सिफारिशों के साथ भी मेल नहीं खाते जिसमें प्रांतों को शक्ति हस्‍तांतरित करने के आधार पर राजनीतिक हल निकालने की बात कही गई थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वे श्रीलंका में तमिल समुदाय के कल्‍याण और भलाई को लेकर बेहद चिंतित हैं। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की कि श्रीलंका के तमिल समुदाय को भी अन्‍य नागरिकों की तरह सम्‍मान से जीने का अवसर मिलेगा। उन्‍होंने कहा कि भारत तमिल समुदाय के लिए समानता, न्‍याय और आत्‍मसम्‍मान पर आधारित भविष्‍य सुनिश्चित करने की दिशा में हर संभव प्रयास करेगा।