प्रधान मंत्री कार्यालय द्वारा
प्रबंधित कराई गई सामग्री
राष्ट्रीय सूचना-विज्ञान केन्द्र
द्वारा निर्मित एंव संचालित वेबसाइट
प्रधानमंत्री की थाईलैंड यात्रा के दौरान (30-31 मई 2013) हस्ताक्षरित संधि/सहमति-पत्र
क्रम सं. |
संधि/सहमति-पत्र का नाम |
भारत की ओर से हस्ताक्षरकर्ता |
थाईलैंड की ओर से हस्ताक्षरकर्ता |
टिप्पणी |
1. |
भारत गणराज्य और थाईलैंड साम्राज्य के बीच प्रत्यर्पण संधि। |
सलमान खुर्शीद, विदेश मंत्री |
सुरापॉन्ग तोवीचकचाइकुल, उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री |
संधि में आतंकवाद, अंतरराष्ट्रीय तथा आर्थिक अपराधों में शामिल लोगों सहित भगोड़े अपराधियों के प्रत्यर्पण के लिए वैधानिक ढांचे का प्रावधान है। संधि में वैसे व्यक्ति के प्रत्यर्पण की व्यवस्था है, जो समझौते में शामिल एक देश में अदालती सुनवाई या दंड के लिए वांछित है और वह समझौते में शामिल दूसरे देश में पाया गया है। इससे दोनों देशों को भगोड़ों के प्रत्यर्पण में तेजी लाने में मदद मिलेगी। इस संधि से दोनों देशों की कानून लागू करने वाली एजेंसियों के संबंधों में मजबूती आएगी। |
2. |
भारत-थाईलैंड के बीच आदान-प्रदान कार्यक्रम के बारे में भारत गणराज्य और थाईलैंड साम्राज्य के बीच सहमति पत्र |
सलमान खुर्शीद, विदेश मंत्री |
सुरापॉन्ग तोवीचकचाइकुल, उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री |
भारत-थाईलैंड आदान-प्रदान कार्यक्रम से दोनों देशों के बीच आर्थिक, वैज्ञानिक, शैक्षिक, तकनीकी तथा सांस्कृतिक सहयोग के जरिए द्विपक्षीय संबंधों में तेजी आएगी और इससे दोनों देशों की जनता के बीच आपसी समझदारी बढ़ेगी। शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में विद्यार्थियों, शिक्षाविदों, पेशेवर लोगों के बीच सहयोग की गतिविधियां बढ़ेंगी। सेमीनार और कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी और गैर-सरकारी संगठनों को वित्तीय समर्थन भी मिलेगा। इससे भारत-थाईलैंड संबंधों पर हुए मानक कार्यों के प्रकाशन थाई भाषा में हुए कार्यों का भारतीय भाषाओं में अनुवाद को भी बढ़ावा मिलेगा। |
3. |
दंडित व्यक्तियों के हस्तांतरण पर संधि की पुष्टि |
सलमान खुर्शीद, विदेश मंत्री |
सुरापॉन्ग तोवीचकचाइकुल, उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री |
दोनों देशों की ओर से 25 जनवरी 2012 को दंडित व्यक्तियों के हस्तांतरण संबंधी द्विपक्षीय संधि पर हस्ताक्षर किए गए और दोनों पक्षों ने अब इसकी पुष्टि कर दी है। संधि आपराधिक मामलों में दंडित और सजायाफ्ता विदेशी नागरिक को अपने देश में सज़ा काटने तथा अपने ही देश में सामाजिक पुनर्वास का अवसर देती है। |
4. |
मानचित्रण और भू-आकाशीय टैक्नोलॉजी एप्लीकेशन के क्षेत्र में सहयोग के लिए जियो-इन्फॉर्मेटिक्स एंड स्पेस टैक्नोलॉजी डेवलेपमेंट एजेंसी (जीआईएसटीडीए) तथा सर्वे ऑफ इंडिया के बीच सहमति-पत्र। |
अनिल वाधवा, थाईलैंड में भारत के राजदूत |
एनॉन्ड स्निदवॉन्गस, जियो-इन्फॉर्मेटिक्स एंड स्पेस टैक्नोलॉजी डेवलेपमेंट एजेंसी (जीआईएसटीडीए) के कार्यकारी निदेशक |
इस सहमति-पत्र का उद्देश्य अंतरिक्ष टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना है और विज्ञान और टैक्नोलॉजी में 2012-14 के लिए सहयोग कार्यक्रम के अनुरूप भारत-थाईलैंड भू-आकाशीय सहयोग परियोजना में परस्पर लाभ है। सहमति-पत्र का उद्देश्य थाईलैंड में लगभग सौ वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के चयनित शहर में सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा शहरी मानचित्रण में सर्वे ऑफ इंडिया की क्षमता और दक्षता की साझेदारी करना है। इसके साथ-साथ हैदराबाद स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सर्वेइंग एंड मैपिंग (आईआईएसएम) में प्रत्येक वर्ष जीआईएसटीडीए के पाँच अधिकारियों को सर्वे और मानचित्रण की तकनीक के बारे में प्रशिक्षण देना है। |
5. |
मानचित्रण तथा भू-आकाशीय टैक्नोलॉजी एप्लीकेशन के क्षेत्र में सहयोग के लिए जि-इन्फॉर्मेटिक्स एंड स्पेस टैक्नोलॉजी डेवलेपमेंट एजेंसी तथा नेशनल एटलस एंड थैमेटिक ऑर्गेनाइजेशन के बीच सहमति-पत्र |
अनिल वाधवा, थाईलैंड में भारत के राजदूत |
एनॉन्ड स्निदवॉन्गस, जियो-इन्फॉर्मेटिक्स एंड स्पेस टैक्नोलॉजी डेवलेपमेंट एजेंसी के कार्यकारी निदेशक |
इस परियोजना का उद्देश्य एनएटीएमओ तथा जीआईएसटीडीए द्वारा संयुक्त रूप से पुस्तक और डिजीटल रूप में पुरातात्विक एटलस प्रकाशित करना है, ताकि हाई-रेज़ोल्यूशन के सेटेलाइट डाटा और भू-आकाशीय टैक्नोलॉजी के जरिए 2015 में राजकुमारी महाचकरी सिरिन्धोन की जयंती तथा आसियान इकोनॉमिक कम्युनिटी के अवसर पर भारत से लेकर दक्षिण-पूर्व एशिया तक बौद्ध धर्म के प्रसार को दर्शाया जा सके। प्रस्तावित परियोजना में भारत तथा आसियान में शामिल देश हैं। |
6. |
धन-शोधन और आतंकवाद को वित्तपोषण से संबंधित गुप्तचर सूचनाओं के आदान-प्रदान में सहयोग के लिए भारत की फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट और थाईलैंड के एंटी मनिलॉन्ड्रिंग ऑर्गेनाइजेशन के बीच सहमति-पत्र |
अनिल वाधवा, थाईलैंड में भारत के राजदूत |
सिहानत प्रेयूनरत, महानिदेशक एंटी मनीलॉन्ड्रिंग ऑफिस (एएमएलओ) |
इस सहमति-पत्र से दोनों देशों के बीच धन-शोधन, धन-शोधन संबंधी आपराधिक गतिविधि तथा आतंकवाद के वित्तपोषण में शामिल संदिग्ध व्यक्ति की जांच को प्रोत्साहन मिलेगा। सहमति-पत्र में इन विषयों पर सूचना एकत्रित करना, सूचनाओं को विकसित कर उनका विश्लेषण करना और आदान-प्रदान की व्यवस्था है। |
7. |
भारतीय विषय (हिंदी भाषा) में आईसीसीआर हिंदी पीठ स्थापित करने के संबंध में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद तथा थम्मासत्त विश्वविद्यालय के बीच सहमति-पत्र |
अनिल वाधवा, थाईलैंड में भारत के राजदूत |
प्रो. डॉ. सोमकित लेरतपैथून, रेक्टर, थम्मासत्त विश्वविद्यालय |
इसका उद्देश्य थम्मासत्त विश्वविद्यालय में हिंदी भाषा के लिए आईसीसीआर पीठ की स्थापना करना है। यह पीठ थाईलैंड में पहली बार भारतीय विषय में कला स्नातक कार्यक्रम लागू करेगी। |