प्रधान मंत्री के संदेश/अपीलें [वापस जाएं]

September 11, 2013
नई दिल्ली

12 वीं सदी में जन-स्वास्थ्य की प्राथमिकताओं पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन: "तंबाकू का उन्मूलन" में प्रधान मंत्री का संदेश

मैं, इस सम्मेलन के सम्मानित प्रतिनिधियों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। यह सम्मेलन 21वीं सदी की एक बड़ी चुनौती से निपटने के तौर-तरीकों का पता लगाने के लिए आयोजित किया जा रहा है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के आकलन के अनुसार, तंबाकू के सेवन से 20वीं सदी में 100 मिलियन लोगों की मौंतें हुई हैं और यदि इसे दृढ़ संकल्प के साथ रोका नहीं गया तो इस सदी में इससे एक बिलियन लोगों की मौतें होंगी। तंबाकू के सेवन से न केवल बड़ी संख्या में लोगों की मौत होती है, अपंगता के शिकार होते हैं, बल्कि अर्थव्यवस्था तथा समाज  को भी इसके गंभीर दुष्प्रभाव भुगतने पड़ते हैं। अब, गरीबी को तंबाकू सेवन का एक संभव दुष्परिणाम माना जा रहा है। तंबाकू की पत्ती को उपचारित करने के लिए काष्ठ ईंधन की आवश्यकता तथा तंबाकू की खेती में इस्तेमाल किए जाने वाले कीटनाशकों की अत्यधिक मात्रा पर्यावरण के लिए खतरा हैं।

तंबाकू को नियंत्रित करने के लिए राजनैतिक तथा जन-स्वास्थ्य दोनों के दृष्टिकोण से कार्रवाई करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही, बहु-क्षेत्रीय नीतियों तथा जन-जागरूकता के माध्यम से तंबाकू की मांग और आपूर्ति में कमी लाई जानी चाहिए।

भारत, तंबाकू-मुक्त-समाज बनाने के प्रति दृढ़ संकल्पित है। हमारी संसद ने तंबाकू नियंत्रण के लिए 2003 में सर्वसम्मति से एक व्यापक कानून बनाया था। भारत, फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल का भी एक सदस्य है। इसके विकास तथा अंगीकरण में हमने अहम भूमिका निभाई है।

हमने हाल में ही "गुटका", जो भारी मात्रा में मुख से सेवन किया जाने वाला तंबाकू का एक रूप है, पर पाबंदी लगाई है। तंबाकू उत्पादों का विज्ञापन करने तथा सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने पर भी पाबंदी है।

जिस तरह हम मानव स्वास्थ्य पर खतरा मानते हुए तंबाकू के उन्मूलन के लिए दृढ़ता और प्रतिबद्धता के साथ कार्रवाई करते हैं, वैसे ही हमें उन लोगों की  भी मदद करनी चाहिए जो तंबाकू की खेती अथवा निर्माण कार्य में संलग्न हैं ताकि वे आर्थिक रूप से व्यवहार्य वैकल्पिक आजीविका की ओर अग्रसर हो सकें।

मुझे विश्वास है कि यह सम्मेलन हमारे सामूहिक भविष्य के लिए खतरा बन चुके तंबाकू का उन्मूलन करने का क्रियान्वयन करने योग्य तथा कारगर कार्यनीति तैयार करने में सराहनीय योगदान देगा।

मैं कामना करता हूं कि आपकी चर्चा पूर्णतया सफल हो।