भाषण [वापस जाएं]

October 5, 2013
नई दिल्ली


बांग्लादेश में भेरामारा में भारत-बांग्लादेश ग्रिड इंटर कनेक्शन का नई दिल्ली से वीडियो-कांफ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किए जाने के अवसर पर दिया गया प्रधानमंत्री का भाषण

प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने आज नई दिल्ली में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बांग्लादेश में भेरामारा स्थित भारत-बांग्लादेश ग्रिड इंटर कनेक्शन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर दिए गए प्रधानमंत्री के भाषण का पाठ इस प्रकार है:-

"पिछले सप्ताह न्यूयार्क में बैठक के बाद आज फिर से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री महामहिम शेख हसीना से मिल कर मुझे बेहद प्रसन्नता हुई है। मैडम प्राइम मिनिस्टर, आज सुबह आप से हुई बातचीत और इस ऐतिहासिक अवसर पर आपके और बांग्लादेश के लोगों के साथ शरीक होने के लिए आमंत्रित करने के प्रति मैं आभार व्यक्त करता हूं।

माननीय प्रधानमंत्री जी, जनवरी, 2010 में आपकी ऐतिहासिक भारत यात्रा के दौरान हमने जो शुरुआत की थी, वह आज एक वास्तविकता बन गई है। भेरामारा में ट्रांसमिशन लाइन और एचवीडीसी स्टेशन दोनों देशों के पावर ग्रिडों को एक सुरक्षित और भरोसेमंद इंटर कनेक्शन प्रदान करता है, जिससे भारत, बांग्लादेश को 500 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर सकेगा। यह हमारे लोगों की साझा इच्छाओं का ठोस नतीजा है इसलिए मैं, आपको, आपके सहयोगियों और बांग्लादेश की जनता को इस असाधारण उपलब्धि पर बधाई देता हूं। मैं अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगियों, तकनीकी कार्मिकों और केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों का भी आभार प्रकट करता हूं जिन्होंने दक्षिण एशिया में इस ऐतिहासिक परियोजना को इतने कम समय में अमली जामा पहनाया है।

आज हम 1320 मेगावाट क्षमता की मैत्री ताप बिजली परियोजना की आधारशिला भी रख रहे हैं, जिसे बांग्लादेश-भारत मैत्री बिजली कंपनी द्वारा विकसित किया जा रहा है। यह भारत की एनटीपीसी लिमिटेड और बांग्लादेश पावर डेवेलपमेंट बोर्ड का साझा उद्यम है। मैं इस परियोजना के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं और परियोजना प्राधिकारियों का आह्वान करता हूं कि वे इसके कार्यान्वयन में पर्यावरण के सर्वोच्च मानदंडों का पालन करें, क्योंकि सुंदरबन हमारी साझा विरासत है।

भारत और बांग्लादेश की मित्रता को सुदृढ़ करने के लिए आज जो उपाय किए जा रहे हैं, उनसे हमारे द्विपक्षीय संबंधों में एक नया अध्याय जुड़ गया है। आर्थिक विकास दक्षिण एशिया के सभी देशों के समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है। हम सबकी नियति परस्पर सम्बद्ध है इसलिए हमारी अर्थव्यवस्थाएं भी एक दूसरे से जुड़ी हुई होनी चाहिए। मेरा हमेशा यह विश्वास रहा है और मैं मानता हूं कि प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मेरे इस विश्वास से सहमत होंगी कि क्षेत्र के देशों के बीच साझा समृद्धि के लिए भागीदारी के जरिए दक्षिण एशिया में आर्थिक विकास की संभावनाएं बढ़ाई जा सकती हैं।

साझा खुशहाली की कुंजी हमारे क्षेत्र में व्यापार और निवेश में बढ़ोतरी और परिवहन, सड़क, रेल, दूर संचार, साइबर और ऊर्जा जैसे संपर्कों के माध्यम से संचार व्यवस्था में सुधार में निहित है। आज हमने जिस ग्रिड व्यवस्था का उद्घाटन किया है, उससे दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण मील का पत्थर कायम हुआ है। इसके जरिए सीमा पार ऊर्जा संपर्क और व्यापार का एक केंद्र कायम किया गया है।

माननीय प्रधानमंत्री जी, आपके विशिष्ट नेतृत्व में बांग्लादेश ने ऊर्जा सुरक्षा क्षेत्र सहित जो महत्वपूर्ण प्रगति की है, हम उसकी सराहना करते हैं। बांग्लादेश दक्षिण एशिया में सर्वाधिक तेजी से उभर रही अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों को हासिल करने में उसकी उपलब्धियां दुनिया के अन्य देशों के लिए अनुकरणीय हैं। भारत एक मजबूत और खुशहाल बांग्लादेश की कामना करता है। मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि भारत आपके विकास के प्रयासों में एक सुदृढ़ और दीर्घावधि का भागीदार होगा।

मैडम प्राइम मिनिस्टर, दोनों देशों के बीच आपसी लाभ के संबंधों को मजबूत बनाने में आपके योगदान के लिए भी मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं। हमने ढाका में 2011 में विकास के लिए सहयोग के जिस फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, वह भविष्य के लिए हमारे सहयोग का ढांचा प्रस्तुत करता है। पिछले कुछ वर्षों में अनेक क्षेत्रों में हमारा सहयोग तेजी से आगे बढ़ा है। हमें यह स्वीकार करना होगा कि अन्य क्षेत्रों में सहयोग की दिशा में भी हमें काम करने की आवश्यकता है। जिन विषयों में हमारे बीच सहमति हुई थी, हम उन कार्यों को अंजाम देने के प्रति वचनबद्ध हैं ताकि दोनों देशों के लोगों की परस्पर आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके।

भारत और बांग्लादेश के लोग हमेशा से अच्छे पड़ोसी रहे हैं। हाल के वर्षों में हमने यह महसूस किया है कि समानता, सार्वभौमिकता और परस्पर समृद्धि के सिद्धांतों पर आधारित हमारे संबंधों में आर्थिक विकास की असीमित संभावनाएं हैं जिनका दोहन आपसी सहयोग के प्रयासों से किया जा सकता है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में ऊर्जा और संबंधों के अन्य आयामों में सहयोग और घनिष्ठ होगा। माननीय प्रधानमंत्री जी, मैं राष्ट्रीय विकास और खुशहाली के सभी प्रयासों में आपको और आपके माध्यम से बांग्लादेश की जनता को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।"