भाषण [वापस जाएं]

May 20, 2013
नई दिल्‍ली


प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह का चीन के प्रधानमंत्री ली खुछियांग की भारत की यात्रा पर मीडिया को दिया गया बयान

चीन के प्रधानमंत्री ली खुछियांग की भारत यात्रा के अवसर पर हुई प्रतिनिधिमंडल स्‍तर की वार्ता के समय आज नई दिल्‍ली में भारत के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने निम्‍नलिखित बयान जारी किया।

प्रधानमंत्री ली खुछियांग की पहली अधिकारिक भारत यात्रा के अवसर पर उनका स्‍वागत करते हुए, मुझे बडा गर्व महसूस हो रहा है। मैं प्रधानमंत्री के तौर पर उनके द्वारा किसी पहले विदेशी स्‍थान की यात्रा के लिए भारत को चुनने के लिए उनकी प्रशंसा करता हूं। माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों के विस्‍तार के लिए सीमाओं पर शांति और स्थिरता बहुत जरूरी है। आर्थिक सहयोग को आपसी संबंधों का एक महत्‍वपूर्ण्‍ हिस्‍सा बताते हुए डॉक्‍टर मनमोहन सिंह ने कहा कि दोनों अर्थव्‍यवस्‍थाओं की वृद्धि की क्षमता बेहतर सहयोग का माध्‍यम बन सकती है। उन्‍होंने कहा कि भारत और चीन युगों से शांतिपूर्ण तरीके से साथ रहती हुई दो पड़ोसी सभ्‍यताएं हैं। पिछले समय में हमारे बीच मतभेद रहे हैं परंतु पिछले 25 वर्षों से हमने परस्‍पर आर्थिक सहयोग के संबंध बनाए हैं। हमारे संबंधों में आर्थिक सहयोग एक महत्‍वपूर्ण कारक है और दोनों अर्थव्‍यवस्‍थाओं में विकास की संभावनाएं व्‍यापक सहयोग के इंजन का काम कर सकती हैं।

प्रधान मंत्री ली और मैने तेजी से बदलती हुई वैश्विक, राजनीतिक और आर्थिक परिस्थितियों की समीक्षा की है और उनको हल करने के क्रम में रणनीतिक संचार और इन मुद्दों पर संवाद से हम अपने संबंधों को मजबूत करेंगे। उन्‍होंने कहा कि एक खुली बहुपक्षीय व्‍यापार व्‍यवस्‍था कायम करके संरक्षणवाद से मुकाबला करने में हम दोनों का साझा हित है। मैं उनसे शीघ्र ही दोबारा मिलने की आशा करता हूं और मैंने चीन की यात्रा का उनका गरिमामय निमंत्रण भी स्‍वीकार किया है।