भाषण [वापस जाएं]

November 22, 2012
नई दिल्ली


संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत पर प्रधानमंत्री का मीडिया को वक्तव्य

शीतकालीन सत्र के दौरान हमारी संसद के समक्ष अनेक विधायी कार्य हैं। मैं सदन में अपने सहयोगियों से उम्मीद करता हूं कि वे एकजुट होकर सहयोग करेंगे और देश के सामने मौजूद चुनौतियों और मुद्दों के समाधान में योगदान देंगे। हम सभी मुद्दों पर संसद के दोनों सदनों में बहस कराने के लिए तैयार हैं। यह विपक्ष और सरकार दोनों का दायित्व है कि संसदीय लोकतंत्र को बनाए रखने के लिए मिलकर कार्य करें। देश के सामने मौजूद जबरदस्त चुनौतियों से विशुद्ध तरीके से निपटने पर हमें गर्व है।

वैश्विक आर्थिक मंदी के परिणामस्वरूप हमारा देश आर्थिक मोर्चे पर अनेक चुनौतियों का सामना कर रहा है। हमारे युवाओं को लाभप्रद रोजगार प्रदान करने के लिए हमें बड़े पैमाने पर नई नौकरियां सृजित करने की जरूरत है। बुनियादी ढांचा क्षेत्रों और सामाजिक सेवाओं जैसे स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी निवेश बढ़ाने की आवश्यकता है ताकि आर्थिक विकास की गति में तेजी लाई जा सके। हमारी सरकार इन कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन सफलता के लिए सामूहिक तौर पर कार्य करने की जरूरत है।

मैं सभी राजनीतिक दलों को आमंत्रित करता हूं कि वे इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय प्रयास में एकजुट हों।