भाषण [वापस जाएं]

July 3, 2012
नई दिल्‍ली


प्रधानमंत्री ने छत्‍तीसगढ़ के नक्‍सल प्रभावि‍त क्षेत्रों से आये हुए इंजीनियरिंग के छात्रों से बातचीत की

प्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहन सिंह ने आज छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री के नेत़ृत्‍व में राज्‍य के नक्‍सल प्रभावि‍त क्षेत्रों से आए इंजीनि‍यरिंग के छात्रों से मुलाकात की । इस अवसर पर प्रधानमंत्री के संबोधन का मूल पाठ इस प्रकार है:

छत्‍तीसगढ़ से आये मंत्रि‍गण, अधि‍कारीगण और प्‍यारे बच्‍चों । मुझे आपसे मि‍लकर आज बहुत ही खुशी प्राप्‍त हो रही है । ये जो बच्‍चे प्रयास वि‍द्यालय के द्वारा कंपीटि‍टि‍व एक्‍जामि‍नेशन, इंजीनि‍यरि‍ग ज्‍वाइंट एन्‍ट्रेंस एक्‍जामि‍नेशन में पास होकर आगे नि‍कले हैं इससे मुझे देश में आने वाले सालों में, दि‍नों में तरक्‍की की एक खास लहर नजर आती है । मैं जानता हॅू कि‍ आप बहुत से मुश्‍कि‍ल हालात से गुजर के आए हैं, आपके जि‍लों में नक्‍सलवाद की वजह से कुछ बदअमनी सी है, लेकि‍न फि‍र भी आपने हौसला नहीं हारा । आपने अपनी शि‍क्षा पर पूरा पूरा ध्‍यान दि‍या है इसके लि‍ए भी मैं आपकी जि‍तनी सराहना करूं बहुत कम है । एक नये भारत का भवि‍ष्‍य मेरी ऑंखों के सामने नजर आता है जब मैं आपको देखता हूँ । भारत एक बहुत शक्‍ति‍मान देश है जि‍समें हमारे देश के हर तबके के लि‍ए आगे बढ़ने की जगह है और उसके लि‍ए सबसे ज्‍यादा जरूरी बात यह है कि‍ हमारे मुल्‍क में गरीब बच्‍चें बच्‍चि‍यों को शि‍क्षा के तौर पर ज्‍यादा से ज्‍यादा सहूलि‍यतें देनी चाहि‍ए । मैं डॅा रमण सिंह जी का और छत्‍तीसगढ़ वि‍भाग का बहुत आभार प्रकट करता हॅूं कि‍ उन्‍होंने शि‍क्षा की जरूरत को समझा कि इसकी‍ कि‍तनी महत्‍ता होती है उसे समझा और प्रयास वि‍द्यालयों के द्वारा आपको कंपीटि‍टि‍व एक्‍जामि‍नेशन, ज्‍वाइंट इंजीनि‍यरिंग एन्‍ट्रेंस एक्‍जामि‍नेशन के लि‍ए तैयार कि‍या । और भी जो आपको डॉक्‍टर साहब ने बताया है कि‍ आप इस प्रयास प्रोगाम को बढ़ाना चाहते हैं इसके लि‍ए मैं आपको शुभकामनाएं देना चाहता हूँ ।

हमारे मुल्‍क में बहुत गरीबी है । इसको दूर करने के लि‍ए हम सबको मि‍लकर बहुत प्रयास करने होंगे। लेकि‍न मैं समझता हूँ कि‍ सबसे जरूरी प्रयास जो है वो शि‍क्षा का फैलाव करना है । गरीब तबकों में, गरीब भाई-बहनों में और जब मैं आपके चेहरों की तरफ देखता हूँ तो मैं जैसाकि‍ पहले कह चुका था कि‍ मुझे एक नयी आशा की कि‍रण भारत के भवि‍ष्‍य की नजर आ रही है और मैं आपसे यही अनुरोध करूँगा कि‍ जो सुवि‍धाएं सरकार ने आपको दी हैं उनका पूरा पूरा फायदा उठाएं । आप बढ़ें, फले-फूलें, इसी में भारत की शक्‍ति‍ है और आज के भारत में जो शक्‍ति‍ है वो बहुत तेजी से आगे बढ़ सकती है । जब शि‍क्षा, कोई भी बच्‍चा भारत में शि‍क्षा से दूर नहीं है । तो इन्‍हीं शब्‍दों के साथ मैं आप सब बच्‍चों को आशीर्वाद देता हूँ । आप बढ़ें, फले-फूलें और अपने माता पि‍ता, अपने प्रदेश और अपने देश का नाम रौशन करें ।