भाषण [वापस जाएं]

March 25, 2012
सियोल


दक्षिण कोरिया के राष्‍ट्रपति ली-म्‍यूंग-बक द्वारा आयोजित प्रीतिभोज के दौरान प्रधानमंत्री का भाषण

दक्षिण कोरिया के राष्‍ट्रपति ली-म्‍यूंग-बक द्वारा आयोजित प्रीतिभोज के दौरान प्रधानमंत्री के भाषण का अवतरण।

मैं राष्‍ट्रपति ली और मैडम किम को हमारी मेहमाननवाजी के लिए आभार प्रकट करता हूं। गर्मजोशी और मैत्रीपूर्ण स्‍वागत के लिए, मैं आपको धन्‍यवाद देता हूं। माननीय,

हम भारत में आपको एक सशक्‍त भारत-कोरियाई साझेदारी के प्रबल सहयोगी मानते हैं। हमने 2010 में भारत में आपकी ऐतिहासिक यात्रा के दौरान अपने रिश्‍तों को अनुकूल साझेदारी प्रदान करने का प्रयास किया था। आपने जिस तरीके से विश्‍व आर्थिक मंदी के दौरान कोरिया की अर्थव्‍यवस्‍था का परिचालन किया है उसके लिए हम आपकी प्रशंसा करते हैं। माननीय

भारत और कोरिया के संबंध हजारों साल पुराने हैं। भगवान बुद्ध द्वारा दिये गये शांति के संदेश हम दोनों देशों के लोगों में गुंजायमान है। हम उस कथा के बारे में भी जानते हैं जिसमें अयोध्‍या की एक राजकुमारी राजा किम सूरो से विवाह करने के लिए यहां आई थीं। मैं आपको भारत के महान कवि गुरूदेव रवींद्रनाथ टैगोर की प्रतिमा को स्‍थापित करने के लिए धन्‍यवाद देता हूं जिन्‍होंने सियोल में आपके देश को ''पूर्व का दीपक'' कहा था।

हमने कोरिया को बहुत ही प्रशंसनीय ढंग से एक विकसित अर्थव्‍यवस्‍था में बदलते हुए देखा है। यहां के लोगों की द़ृढ़ता की, मेहनत करने की क्षमता और उद्यम में लगन की, हम भारत के लोग प्रशंसा करते हैं, जो कि कोरियाई लोगों की विशेषता है।

जब हमने 1991 में अपनी अर्थव्‍यवस्‍था को खोला था तब कोरियाई कंपनियां भारत में विश्‍वास दिखाने में सर्वप्रथम थी। कई कोरियाई ब्रांड भारत में घरेलू नाम हैं।

आगे भी, दोनों देशों में, आर्थिक सहयोग बढ़ाने के लिए संभावनाओं की कोई कमी नहीं है।

माननीय, भारत कोरियाई रिपब्लिक के साथ राजनीतिक मजबूती और सुरक्षा सहयोग को बढ़ाना चाहता है। हम कोरिया के अंतर्राष्‍ट्रीय मामलों में बढ़ती भूमिका का स्‍वागत करते हैं तथा इसे शांति और स्थिरता के लिए एक सकारात्‍मक घटक के रूप में देखते हैं। मुझे पिछले साल की ग्रुप-20 शीर्ष सम्‍मेलन के दौरान कोरिया की बेहतरीन अध्‍यक्षता याद है। हम आने वाले शीर्ष सम्‍मेलन में परमाणु सुरक्षा के मामलों पर अंतर्राष्‍ट्रीय सहयोग में कोरिया के नेतृत्‍व की तरफ देखते हैं।

मुझे विश्‍वास है कि आपके प्रेरक, नेतृत्‍व में भारत और कोरिया के बीच में संबंध आने वाले वर्षों में और ज्‍यादा पल्‍लवित होंगे।

देवियों और सज्‍जनों मैं आपको आमंत्रित करता हूं। आइए कामना करें

• राष्‍ट्रपति ली और मैडम किम के अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य और तंदुरुस्ती के लिए।

• भारत और कोरिया के बीच अनुकूल साझेदारी के बढ़ावे और विस्‍तार के लिए।

• भारत और कोरियाई लोगों के बीच में निरंतर मित्रता के लिए।