भाषण [वापस जाएं]

March 16, 2013
मालदा, पश्चिम बंगाल


मालदा में गनी खान चौधरी अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (जीकेसीआईईटी) के शिलान्यास के अवसर पर प्रधान मंत्री का भाषण

Ghani Khan Choudhary Institute of Engineering and Technology के campus के शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेना मेरे लिए बहुत प्रसन्नता की बात है। इसके पहले वर्ष 2008 और फिर 2010 में भी मैंने मालदा आने के programme बनाए थे जो कुछ कारणों से मुझे स्थगित करने पड़े। इस बीच Ghani Khan Institute को पूरी तरह से स्थापित करने के काम में बहुत अच्छी प्रगति हुई है।

इससे पहले कि मैं अपनी बात को आगे बढ़ाऊं, मैं उस महान नेता को श्रद्धांजलि देना चाहूंगा जिसके नाम पर इस institute को बनाया गया है। स्वर्गीय Ghani Khan Choudhary साहब ने इस क्षेत्र, पश्चिम बंगाल और देश की सेवा में अपना सारा जीवन लगा दिया। वह इस क्षेत्र में कितने अधिक लोकप्रिय थे, यह इस बात से पता चलता है कि वह यहाँ से लगातार 5 बार पश्चिम बंगाल विधान सभा का चुनाव जीते और फिर लगातार 5 बार लोकसभा का चुनाव भी जीते।

अपने 50 वर्षों से ऊपर के सार्वजनिक जीवन में Ghani Khan Choudhary जी केंद्र में कई बार Cabinet Minister रहे। वह West Bengal Congress Committee के अध्यक्ष भी रहे। Ghani Khan Choudhary साहब न केवल एक लोकप्रिय नेता थे, बल्कि एक कुशल प्रशासक भी थे। उन्होंने विशेष रूप से इस क्षेत्र के विकास के लिए बेजोड़ काम किया।

मुझे इस बात की खुशी है कि Ghani Khan Choudhary साहब के बाद उनके भाई श्री AH Khan Choudhary और श्री AN Khan Choudhary उनके अच्छे काम को आगे बढ़ा रहे हैं। मैं इस institute की स्थापना में आप दोनों के महत्वपूर्ण योगदान के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई देना चाहूँगा।

मुझे पूरा विश्वास है कि यह institute मालदा, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में उद्योगों को बढ़ावा देने और technical manpower की जरूरतों को पूरा करने में मदद देगा। मुझे बताया गया है कि यहाँ का कार्यक्रम Modular तरीके से बनाया गया है, जिसमें किसी भी Module के बाद कुछ छात्र उद्योगों में technicians और supervisors जैसे रोज़गार प्राप्त कर पाएंगे। मुझे यह भी बताया गया है कि जब यह institute पूरी तरह काम करने लगेगा, तब यहाँ Engineering और Technology में Certificate, Diploma, Graduate और Post Graduate स्तर के courses में शिक्षा दी जाएगी। इसमें Food Technology और Sericulture पर विशेष बल दिया जाएगा क्योंकि ये विषय इस क्षेत्र के लिए अधिक उपयोगी हैं।

हम सभी यह चाहते हैं कि भविष्य में Ghani Khan Institute देश के सबसे अच्छे Technology institutions में गिना जाए। हमारी सरकार इस लक्ष्य को प्राप्त करने में इस institute की हर संभव मदद करेगी। अब तक केंद्र सरकार 26.6 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता GKCIET को दे चुकी है। इसमें से 15 करोड़ रुपए यहाँ के Campus के विकास के लिए इस वर्ष दिए गए हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आज के शिलान्यास कार्यक्रम के बाद GKCIET के Campus का विकास बहुत तेजी से होगा।

भारत की तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था की जरूरतों को पूरा करने के लिए हमें अपने नौजवानों को शिक्षित और Skilled बनाना होगा। सच तो यह है कि ऐसा किए बगैर हम ज्यादा समय तक अपनी अर्थव्यवस्था के विकास की गति को तेज नहीं रख पाएंगे। हमारी UPA सरकार इस बात को अच्छी तरह समझती है। इसीलिए हमने शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दिया है। शिक्षा पर सरकारी खर्च को हमने GDP के 3.3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में हमने बहुत से नए institutes स्थापित किए हैं जिनमें 16 Central Universities, 7 IIM, 8 IIT, 10 NIT और 5 IISER शामिल हैं। हमने National Skill Development की शुरुआत की है जिसका लक्ष्य 12वें plan में 5 करोड़ लोगों को skilled बनाना है। उच्च शिक्षा में अब हम quality की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। हम चाहते हैं कि न सिर्फ ज्या दा नौजवान उच्च शिक्षा का फायदा उठाएं बल्कि उनको मिलने वाली शिक्षा World Class हो। हम चाहते हैं कि हमारे Scientists और Engineers सारी दुनिया में नाम कमाएं।

इन शब्दों के साथ मैं अपनी बात को समाप्त करना चाहूगाँ। मेरी सभी शुभकामनाएं इस institute के साथ हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि भविष्य में यह institute स्वर्गीय श्री Ghani Khan Choudhary साहब के सपनों को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।