भाषण

October 20, 2012
डुडु, राजस्थान

आधार की दूसरी सालगिरह के अवसर पर प्रधान मंत्री का भाषण

आज से करीब दो साल पहले, सितम्बर, 2009 में महाराष्ट्र के एक दूरदराज जनजातीय गांव में पहला आधार नंबर जारी किया गया था। उस वक्त UPA अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधीजी और मैं, दोनों वहां मौजूद थे। तब से अब तक Unique Identification Authority ने देशभर में 24 करोड़ से भी ज्यादा लोगों का नाम आधार नंबर के लिए दर्ज कि‍या है । आज डुडु के एक निवासी को 21 करोड़ की संख्या वाला आधार कार्ड दिया गया है । आज हम देशभर में जनता को सुविधा पहुंचाने के लिए आधार नंबर के इस्तेमाल की औपचारिक शुरूआत भी कर रहे हैं। इतने कम समय में हासिल की गई इन बड़ी उपलब्धियों के लिए मैं, Unique Identification Authority के Chairman श्री नंदन नीलेकणी और उनकी टीम को हार्दि‍क दि‍ल से मुबारकबाद देता हूं। मैं उन सभी अधिकारियों को भी बधाई देता हूं जिनको अभी कुछ देर पहले आधार project में बेहतरीन काम करने के लिए पुरस्कार मिले हैं।

हमारी UPA सरकार ने हमेशा आम आदमी की भलाई और खुशहाली के लिए काम किया है। हमारी हमेशा यह कोशिश रही है कि हमारे गरीब भाई-बहनों को और सामाजिक और आर्थिक रूप से कमजोर तबकों को तरक्की करने का पूरा मौका मिल सके। यह project भी हमने इसी मकसद से शुरू किया है। इससे उन करोड़ों लोगों को खास फायदा होगा जो आज भी गरीबी, बेरोजगारी और बीमारी से परेशान हैं। हमारे ऐसे भाई-बहनों को सरकारी योजनाओं का फायदा लेने में या अपना करोबार खुद करने में एक बड़ी दिक्कत यह होती है कि उनके पास अपनी पहचान साबित करने का कोई तरीका नहीं होता है। यही नहीं, अपनी कोई पहचान न होने से उनके मान-सम्मान में भी कमी आती है। आधार project के जरिए हम इन मुश्किलों को मिटाना चाहते हैं।

आधार project हमारी UPA सरकार का एक प्रमुख project है और इसमें भारत के हरेक निवासी को एक खास पहचान नंबर दिया जाएगा। यह पूरी दुनिया भर में अपनी तरह की सबसे बड़ी परियोजना है। दुनिया भर के तमाम अन्य देश यह जानने और समझने के लिए भारत की ओर ग़ौर से देख रहे हैं कि आधार नंबर किस तरह से भारत के निवासियों को लाभ पहुंचाएगा।

आधार नंबर से Bank में खाता खोलने में, नया टेलि‍फोन connection लेने में, हवाई या रेल सफर के लिए टिकट लेने में और इस तरह के अन्य कामों में आम आदमी को मदद मिलेगी। छात्र-छात्राओं को भी इससे खास सहूलत होगी क्योंकि उन्हें बहुत से मौकों पर अपना परिचय-पत्र दिखाना पड़ता है।

सरकार की तरफ से चलाई जा रही बहुत सी स्कीमों को ज्यादा कारगर ढंग से लागू करने में भी आधार नंबर सहायता करेगा। सरकार की तरफ से मिलने वाले छात्रों के लि‍ए वज़ीफे, बुजुगों के लि‍ए पेंशन और चिकित्सा लाभ को सीधे लोगों के खातों में आधार के जरिए भेजा जा सकेगा। अक्सर यह शिकायतें मिलती हैं कि रियायती दर पर मुहैया कराए जाने वाले गैस के कनेक्शन, डीज़ल और खाद, उन सभी लोगों तक नहीं पहुंचते, जो सही मायने में जरूरतमंद हैं। आधार नंबर के इस्तेमाल से इन फायदों को नकद राशि के रूप में दिया जा सकता है। इस नंबर के जरिए हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि पैसा सही आदमी को मिले और बिचौलियों की भूमिका खत्म हो। जरूरतमंदों को सीधा फायदा पहुंचने से बेईमानी और देरी की शिकायतें कम होंगी।

आधार स्कीम हमारे मुल्क के करोड़ों लोगों को फ़ायदा पहुंचा सकती है। मिसाल के तौर पर, आज-कल केन्द्र सरकार तकरीबन एक करोड़ पचास लाख छात्रों को वजीफे देती है। दो करोड़ से ज्यादा बुजुर्गों को Old Age Pension दी जाती है और लगभग तीन करोड़ परिवार राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना का फायदा उठा रहे हैं। पांच करोड़ से ज्यादा परिवार महात्मा गांधी नरेगा के तहत मदद पाते हैं। हमारा मकसद है कि इस तरह के सभी लोग आधार नंबर का फायदा उठाएं।

मेरा मानना है कि आधार project इस बात की भी मिसाल है कि आधुनिक भारत के निर्माण में नई Technology कितनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। इसके लि‍ए राजीव जी ने जो सपना देखा था, वो अब पूरा होता नजर आ रहा है । हमारी सरकार शासन के काम में बेईमानी कम करने और पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर नई Technology, खास तौर पर Information Technology, का इस्तेमाल करना चाहती है। आधार स्कीम इस दिशा में एक अहम कदम है।

आज त्रिपुरा से लेकर राजस्थान तक और दिल्ली से लेकर केरल तक देशभर के निवासियों को आधार नंबर दिया जा रहा है। मुझे बताया गया है कि साल 2014 तकरीबन 60 करोड़ लोगों को यह नंबर मिल जाएगा। जब हमने 2 साल पहले यह Project शुरू किया था, तब हम लोगों का नाम तेजी से आधार के लिए दर्ज करने पर ज्यादा ध्यान दे रहे थे। आज हमारी कोशिश यह है कि हम इस Project के जरिए आम आदमी को फायदा पहुंचाने के काम को तेजी से आगे बढ़ाएं। आंध्र प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, त्रि‍पुरा और महाराष्ट्र में आधार के इस्तेमाल को अभी हमने परखा है। हम आने वाले वक्त में इस project का विस्तार देश के अन्य हिस्सों में भी करेंगे।

मुझे इस बात की खुशी है कि मुख्य मंत्री श्री अशोक गहलोत जी के नेतृत्व में राजस्थान ने आधार परियोजना को खास अहमियत दी है। मैं, गहलोत जी को, उनकी सरकार को और राजस्‍थान की जनता को इसके लिए बधाई देता हूं। मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में राजस्थान में यह परियोजना और भी तेजी से लागू होगी। अपनी बात समाप्त करने से पहले मैं आधार से जुड़े सभी लोगों को, श्री नीलेकणी और उनके साथि‍यों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। मुझे पूरा विश्वास है कि आप मेहनत और लगन से भारत की तरक्की में योगदान देने का काम जारी रखेंगे।

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