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January 3, 2014
Jhajjar, Haryana


PM’s address at the foundation stone laying ceremony of the Global Centre for Nuclear Energy Partnership and National Cancer Institute in Haryana

Following is the address of the Prime Minister, Dr. Manmohan Singh, delivered in Hindi at the foundation stone laying ceremony of the Global Centre for Nuclear Energy Partnership and National Cancer Institute, in Jhajjar, Haryana today:-

"आज हमने Global Centre for Nuclear Energy Partnership की स्थापना के लिए पहला कदम उठाया है।  इससे हरियाणा को एक ऐसी संस्था मिलने जा रही है जो महफूज़ और टिकाऊ Nuclear Energy को बढ़ावा देने की दिशा में काम करेगी।  इसके अलावा हमने National Cancer Institute की स्थापना के लिए भी काम शुरू कर दिया है।  यह Institute हरियाणा में AIIMS के Campus की स्थापना के एक बड़े project का हिस्सा होगा और देश में कैन्सर की बीमारी से संबंधित खोज और उसके इलाज की सुविधाओं के लिए एक Centre of Excellence के तौर पर काम करेगा।

ये दोनों projects हमारे देश के लिए बहुत महत्व रखते हैं और मैं हरियाणा सरकार को, श्री भूपेन्दर सिंह हुड्डा और श्री दि‍पेन्‍दर सिंह हुड्डा को इन दोनों संस्थानों की स्थापना के लिए किए गए प्रयास और इस काम में भारत सरकार को दिए जा रहे सहयोग के लिए बधाई देना चाहता हूं।  मैं हरियाणा सरकार और मुख्य मंत्री श्री भूपेन्दर सिंह हुड्डा जी को ख़ास तौर पर AIIMS के दूसरे Campus के विकास के लिए 300 एकड़ ज़मीन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ।  ये projects न सिर्फ हमारे देश के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण होंगे।  इनकी स्थापना में हमें हरियाणा की जनता का पूरा सहयोग मिला है जिसके लिए हम सब आपके आभारी हैं।

जैसे-जैसे हमारे देश की आबादी बढ़ेगी, हमारे देश में शहरीकरण बढ़ेगा और हमारी आमदनी भी बढ़ेगी, हमारे देश में बिजली की मांग भी बढ़ेगी।  हमें अपने देश के आर्थिक विकास के लिए बिजली की सप्लाई को तेजी से बढ़ाना होगा।  ऐसा करके ही हम अपने कारखानों, अपने किसानों के सिंचाई पम्पों और लोगों के घरों में रोशनी के लिए बिजली उपलब्ध करा सकेंगे।  देश में उपलब्ध बिजली के सभी resources यानि कोयला, पानी, गैस, solar energy और wind energy का इस्तेमाल करने के साथ-साथ हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हम प्रदूषण पर काबू पा लें जिससे हमारे वातावरण को कम से कम नुकसान पहुँचे।

Nuclear energy, बिजली बनाने का एक भरोसेमंद और साफ सुथरा ज़रिया है। भारत दुनिया के उन कुछ देशों में से एक है, जिन्होंने nuclear power plants लगाने की technology का विकास कर लिया है और nuclear fuel बनाने की काबिलियत भी हासिल कर ली है।  हमारा मकसद है कि आने वाले 10 सालों के अंदर हम 27000 मेगावाट से ज्यादा nuclear power बनाने की क्षमता प्राप्त कर लें।

Nuclear power बनाने की अपनी क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ हमारे लिए यह भी जरूरी है कि वह सामग्री जिससे nuclear fuel तैयार होता है महफूज़ रहे और कभी-भी अपराधियों और आतंकवादियों जैसे गलत लोगों के हाथ न लग पाये। यह भी जरूरी है कि हमारे nuclear power plants हिफाज़त के सबसे अच्छे तरीकों को अपनाएं।

भारत में हमने nuclear power plants और nuclear सामग्री की हिफाज़त के लिए बेहतरीन तरीकों को अपनाया भी है।  जापान में 2011 में Fukushima के हादसे के बाद हमने अपने power plants के design और management में सुरक्षा के कई नए उपाय बनाये हैं।  आज हम यह बात पूरे इत्मीनान से कह सकते हैं कि हमारे safety standards की तुलना दुनिया के सबसे अच्छे safety standards से की जा सकती है।

लेकिन हम nuclear power plants और nuclear सामग्री की सुरक्षा और भी मज़बूत करने की कोशिश करते रहेंगे।  इससे अपनी energy policy पर हम आत्मविश्वास के साथ अमल करके आगे बढ़ पाएंगे। 

इस काम में Global Centre for Nuclear Energy Partnership की एक महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। यह पूरी तरह चालू हो जाने पर, ऐसे nuclear systems की खोज और डिजाइन के लिए काम करेगा जो सुरक्षित और टिकाऊ हों और जिनका गलत लोगों के हाथों में पड़ने का कोई खतरा न हो।  यह nuclear energy के क्षेत्र में मानव संसाधनों के विकास के मकसद से भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय experts दोनों को शामिल करके workshops और seminars भी आयोजित करेगा। अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय वैज्ञानिकों को एक साथ लाकर यह centre उनके लिए research और training कार्यक्रम आयोजित करेगा और इस तरह से Global Nuclear Energy Partnership को बढ़ावा देगा।  इन सब मकसदों को पूरा करने के लिए हम International Atomic Energy Agency और रूस, फ्रांस और अमेरिका जैसे देशों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। 

मुझे खुशी है कि इस इलाके में रहने वाले लोगों को इस project से सीधा लाभ मिलेगा।  इसके लिए जिन लोगों की जमीनें ली गई हैं उन्हें मुआवजे के अलावा 33 साल तक वार्षिक भुगतान मिलता रहेगा।  इस तरह एक लंबे वक्त के लिए उन्हें आमदनी का ज़रिया उपलब्ध होगा।  स्थानीय लोगों के फायदे के लिए इस Centre के आसपास के क्षेत्र में 10 करोड़ रूपये की लागत से कई projects लागू किए जाएंगे।  इनमें लड़कियों के लिए एक कॉलेज, विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों के लिए एक स्कूल, Bhindwas Birds Sanctuary का विकास, स्वास्थ्य सुविधाएं, खारे पानी को साफ करने का Project और Computer Training की व्यवस्था भी शामिल हैं।

इसके अलावा स्थानीय नौजवानों के लिए एक विशेष कार्यक्रम भी चलाया जाएगा जिसके ज़रिए उन्हें पानी, ऊर्जा और वातावरण जैसे बुनियादी क्षेत्रों में तकनीकी जानकारी मि‍ल सकेगी।

Department of Atomic Energy ने इस project को लागू करने के लिए कड़ी मेहनत की है जिसके लिए मैं उनकी तारीफ करना चाहूंगा। Project की कामयाबी के लिए मैं अपनी शुभकामनाएं भी देना चाहूंगा।

AIIMS के झज्जर Campus में, जो National Cancer Institute बनाया जाएगा वह स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार का सबसे बड़ा अकेला Project होगा। इसे साढ़े तीन सालों में करीब 2000 करोड़ रुपए की कीमत से लागू किया जाएगा।  देश में कैन्सर रोग से संबंधित research के लिए यह एक बहुत बड़ा कदम साबित होगा और उत्तरी भारत में कैन्सर के इलाज में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। National Cancer Institute में 710 beds की सुविधा होगी और कुल मिलाकर 550 doctors और 2200 nurses यहां काम कर पायेंगे।

भारत में कैन्सर, दिल की बीमारियां और diabetes जैसी बीमारियों का बोझ तेजी से बढ़ रहा है।  इसके मद्देनजर Cancer रोग से संबंधित Research और उसके इलाज के लिए एक institute की ज़रूरत शायद इससे ज्यादा पहले कभी नहीं रही।  मैं अपने साथी श्री गुलाम नबी आज़ाद साहब को इस project को असलियत के इतना करीब लाने के लिए बहुत-बहुत मुबारकबाद देता हूं।  साथ में, मैं AIIMS को भी इस Project पर मेहनत से काम करने के लिए बधाई देता हूं।

श्री गुलाम नबी आज़ाद के नेतृत्व में स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई बड़े projects शुरू किए गए हैं।  यह सब आम आदमी को सीधे तौर पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के हमारे commitment का सुबूत हैं।  2005 में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन शुरू किया गया था जिसने देश के ग्रामीण इलाकों में बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल को नई रफ्तार दी है।

ये दोनों projects बुनियादी तौर पर हमारे देश और हमारी जनता के विकास से जुड़े हुए हैं। मैं आज आपको यह भरोसा भी दिलाना चाहता हूं कि हमारी सरकार आप और आपके बच्चों का भविष्य बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करती रहेगी।

इन्हीं शब्दों के साथ, मैं आप सबका शुक्रिया अदा करता हूं और राष्ट्रीय विकास के कामों में सफलता प्राप्त करने के लिए हरियाणा के लोगों को बधाई देता हूं।

जय हिन्द।"